Rumored Buzz on Shiv chaisa
Rumored Buzz on Shiv chaisa
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जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥
Devotees who chant these verses with rigorous love come to be prosperous by the grace of Lord Shiva. Even the childless wishing to possess small children, have their wishes fulfilled just after partaking of Shiva-prasad with religion and devotion.
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
It contains forty verses shiv chalisa lyricsl (chalisa), written from the Hindi language. The chalisa is structured in a poetic structure which is broadly recited by devotees as a method to praise and search for blessings from Lord Shiva.
सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥ वेद नाम महिमा तव गाई।
जरत सुरासुर भए विहाला ॥ Shiv chaisa कीन्ही दया तहं करी सहाई ।
बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें
सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ॥ जो यह पाठ करे मन लाई ।
पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो shiv chalisa lyricsl फल पाहीं॥
द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र